हम भारत के भारतवासी जग में हम नाम कमायेंगे।
जिस मिट्टी में है जन्म लिया, उसका ये कर्ज़ चुकायेंगे।
हम भारत के...
मज़हब के लिये लडते रहना,ये सब से बडी नादानी है।
वसुधैव कुटुंब कि भावना का,घर घर में दीप जलायेंगे।
हम भारत के...
आज़ादी को पाने के लिये जो शहीद हुए थे वेदी प्र।
हम भी उस नक्शे कदम चलकर वीरों में नाम कमायेंगे।
हम भारत के..
इस मिट्टी से सीखा हमने हर मज़हब को है अपनाना।
गंगा-जमनी तहेज़ीब से हम, सारा भारत चमकायेंगे।
हम भारत के...
जब भी है मुसीबत आन पडी, भारत ने हार नहिं मानी।
हम एक थे, एक है , एक रहकर, एकता का सबक सिख़ाएंगे।
हम भारत के....
23 टिप्पणियां:
bahut khoob ji
... सुन्दर रचना, प्रसंशनीय !!!
achchhi bavana hai aur sachcha desh-prem...
Karwa-A- Aman ko mera Naman. Apko swatantrata ki badhai de raha hoon. meri taraf se Apke shahar ke nanhen pankhon ko dher sara pyar.
Blog achchha laga.
Bahut der se Apki ye 23 septwali kavita padi. Mafi chahta hoon. Bahut umda khayal hai. Kash yaisa sab sochte. maine us post per bhi apna abhar vaiqt kiya hai.
अपनी भावना को शब्दों में पिरोना ही अच्छी कविता है.अच्छा लिखा आपने साथ ही हौसला अफजाई के लिए धन्यवाद!!
मज़हब के लिये लडते रहना,ये सब से बडी नादानी है।
बहुत सही,सुन्दर रचना
बहुत ही प्रेरक रचना है। बधाई।
-Zakir Ali ‘Rajnish’
{ Secretary-TSALIIM & SBAI }
इस प्रेरक रचना के लिए आभार।
( Treasurer-S. T. )
जब भी है मुसीबत आन पडी, भारत ने हार नहिं मानी।
हम एक थे, एक है , एक रहकर, एकता का सबक सिख़ाएंगेnice
मज़हब के लिये लडते रहना,ये सब से बडी नादानी है। . सुन्दर विचार
तसलीम आपा! दिनों बाद आया खूब लगा. मेरी नयी पोस्ट पढ़िए
deshbhakti geet jise padhkar desh ke prati aastha jaagrit ho jaaye ,bahut umda
bharat ma ki jai..achi rachna
बहुत सुन्दर. देश-प्रेम से लबरेज़.
Jai Hind!
सुन्दर ख्याल है ! हर कोई ऐसा सोचे तो नफरत मिट जाये !
उसने कहा की दीन की तारीख पूरी लिख,
मैंने फ़क़त 'हुसैन' लिखा और कुछ नहीं!
विलादत-ए-बा-सआदत हज़रत इमाम हुसैन (अ.स.) बहुत बहुत मुबारक!
Desh bhakti kut kut kar bhari hai is kavita mein....likhte rahiye...
बहुत ही प्रेरक प्रसंशनीय सुन्दर रचना , बधाई।
मज़हब के लिये लडते रहना
ये सब से बडी नादानी है
वसुधैव कुटुंब की भावना का
घर घर में दीप जलायेंगे
हम भारत के भारतवासी
जग में हम नाम कमायेंगे…
आपकी इस प्रविष्टि की जितनी प्रशंसा की जाए , कम है …
सुंदर शब्दों से सजे सुंदर भाव !
बहुत सुंदर …
बधाई !
…आपकी लेखनी से सुंदर रचनाओं का सृजन ऐसे ही होता रहे , यही कामना है …
आदरणीया रज़िया "राज़" जी
नमस्कार !
आशा है सपरिवार स्वस्थ सानंद हैं
नई पोस्ट बदले हुए बहुत समय हो गया है …
आपकी प्रतीक्षा है सारे हिंदी ब्लॉगजगत को …
:)
शुभकामनाओं सहित…
राजेन्द्र स्वर्णकार
देश प्रेम से ओतप्रोत अभिव्यक्ति।
लाजवाब ।
bhut hi badiya post likhi hai aapne. Ankit Badigar Ki Traf se Dhanyvad.
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